परिवार समाज और देश के वास्तविक शिल्पकार को आभार प्रकट
करते हुए ये नज़्म पेश कर रहा हु|
उम्मीद है आपको पसंद आएगी!
करते हुए ये नज़्म पेश कर रहा हु|
उम्मीद है आपको पसंद आएगी!
सृष्टि की सबसे उत्तम कृति
प्रकृति के सृजन का आधार है नारी,
अपने आँचल में समेटे ममता अपार
भगवान् का उपहार है नारी;
प्रकृति के सृजन का आधार है नारी,
अपने आँचल में समेटे ममता अपार
भगवान् का उपहार है नारी;
सहनशीलता की अद्भुत मूरत
हरसंभव त्याग करने को तैयार है नारी,
मर्यादा और लाज की प्रतिमूर्ति
भगवन का शास्वत प्यार है नारी;
हरसंभव त्याग करने को तैयार है नारी,
मर्यादा और लाज की प्रतिमूर्ति
भगवन का शास्वत प्यार है नारी;
अन्नपुर्णा के गुणों से युक्त
हर घर की सूत्रधार है नारी,
झुक गया है सर तेरे सजदे में
तुझको प्रणाम बारम्बार हे नारी|
हर घर की सूत्रधार है नारी,
झुक गया है सर तेरे सजदे में
तुझको प्रणाम बारम्बार हे नारी|
is naari ke chakkar me bhul na jana yari....
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