जानता हूँ झूठी है तेरी बातें
पर फिर भी तुझपे यकीन करने को जी चाहता है
शुकून के 2 पल भी मयस्सर न होंगे तुम बिन
न जाने क्यों खुद को फिर सताने को जी चाहता है
तुम आती हो सामने तो
तेरी ख़ुशी की खातिर मुस्कुराने को जी चाहता है
और तनहाइयों में अक्सर आंसू बहाने और
आंसुओ में बह जाने को जी चाहता है
हया की बेडियो में तुझको जकड़ा देखकर
तेरे हर वादे को भूल जाने को जी चाहता है
तेरी बाहों में किसी गैर की बाहें देखकर
अपना रास्ता बदलने को जी चाहता है
अपने ही शहर को भूल जाने को जी चाहता है
""कुमार ""
पर फिर भी तुझपे यकीन करने को जी चाहता है
शुकून के 2 पल भी मयस्सर न होंगे तुम बिन
न जाने क्यों खुद को फिर सताने को जी चाहता है
तुम आती हो सामने तो
तेरी ख़ुशी की खातिर मुस्कुराने को जी चाहता है
और तनहाइयों में अक्सर आंसू बहाने और
आंसुओ में बह जाने को जी चाहता है
हया की बेडियो में तुझको जकड़ा देखकर
तेरे हर वादे को भूल जाने को जी चाहता है
तेरी बाहों में किसी गैर की बाहें देखकर
अपना रास्ता बदलने को जी चाहता है
अपने ही शहर को भूल जाने को जी चाहता है
""कुमार ""